Rajaji Ke Dilwa - Pawan Singh.lrc

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[00:00.000] 作词 : Pawan Singh
[00:01.000] 作曲 : Pawan Singh
[00:09.020](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[00:12.740](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[00:15.100]
[00:22.710]तवा लेखा गरम रउवा करी ना मिजाज के
[00:26.440]काम नौकरानी वाला बात महाराज के
[00:30.730]ओ-हो-हो, बहुत गुस्सा करती हो! (हटऽ)
[00:33.670]हई फेंक द ना लोढ़ा, गुस्सा कम करऽ थोड़ा, चूड़ी फूट जाई
[00:39.410](रंग छूट जाई, त मन रूठ जाई)
[00:43.230]तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई
[00:46.920](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[00:50.830]तहरा पिया जी के दिलवा टूट जाई
[00:54.620](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[00:58.550]हमरा गमों नइखे
[00:59.640]
[01:05.980](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[01:09.900](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[01:13.680]खिसियालू काहे? रिसियालू कहे?
[01:17.690]गर्मालू त फेंक देलू आलू काहे?
[01:21.360](बाड़ू चालू त बोलऽ लजालू कहे?)
[01:25.050]हमसे भइल बाटे भारी धोखा
[01:29.090]एही आलू के मिस देहब चोखा
[01:32.250]बुझाइल?
[01:33.310]देबू नाहीं खाए त का बोलऽ हम कमाए
[01:36.600]चित्रकूट जाईं (अरे!)
[01:38.360](तिलकूट खाईं) हैं! (कि दलबूट खाईं) अच्छा
[01:42.020]ओ, तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई (ओ-हो)
[01:46.030](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[01:49.750]तहरा बलमु के दिलवा टूट जाई
[01:53.780](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[01:57.640]आ, रहे द, ढेर हो गइल
[01:59.590](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[02:03.340](तहरा राजा जी के दिलवा...)
[02:05.670]
[02:12.550]हाँ, जनी छोड़ऽ भवन, करब कहबु जवन (हँ!)
[02:16.700]रइहें सेवा में Ashu, Priyanshu, Pawan
[02:20.500](Vicky धोई दिहें भउजी के जूठ बर्तन)
[02:24.150]झूठे बात प मारेलऽ पालिस
[02:27.840]कहबऽ राती के करे के मालिस
[02:31.210]बुझऽ तानी?
[02:32.040]हाँ, मान जा ना अब, धनी, तोहरे पे सब धन लूट जाई (हँ!)
[02:37.370](ल fruit खाई) अरे (प्यार जुट जाई) भाग
[02:41.350]तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई
[02:45.060](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[02:48.710]ओ, तहरा सैयाँ जी के दिलवा टूट जाई
[02:52.760](तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
[02:56.910]बस करऽ, रोवइबऽ का?
[02:59.200]
文本歌词
作词 : Pawan Singh
作曲 : Pawan Singh
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
तवा लेखा गरम रउवा करी ना मिजाज के
काम नौकरानी वाला बात महाराज के
ओ-हो-हो, बहुत गुस्सा करती हो! (हटऽ)
हई फेंक द ना लोढ़ा, गुस्सा कम करऽ थोड़ा, चूड़ी फूट जाई
(रंग छूट जाई, त मन रूठ जाई)
तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
तहरा पिया जी के दिलवा टूट जाई
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
हमरा गमों नइखे
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
खिसियालू काहे? रिसियालू कहे?
गर्मालू त फेंक देलू आलू काहे?
(बाड़ू चालू त बोलऽ लजालू कहे?)
हमसे भइल बाटे भारी धोखा
एही आलू के मिस देहब चोखा
बुझाइल?
देबू नाहीं खाए त का बोलऽ हम कमाए
चित्रकूट जाईं (अरे!)
(तिलकूट खाईं) हैं! (कि दलबूट खाईं) अच्छा
ओ, तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई (ओ-हो)
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
तहरा बलमु के दिलवा टूट जाई
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
आ, रहे द, ढेर हो गइल
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
(तहरा राजा जी के दिलवा...)
हाँ, जनी छोड़ऽ भवन, करब कहबु जवन (हँ!)
रइहें सेवा में Ashu, Priyanshu, Pawan
(Vicky धोई दिहें भउजी के जूठ बर्तन)
झूठे बात प मारेलऽ पालिस
कहबऽ राती के करे के मालिस
बुझऽ तानी?
हाँ, मान जा ना अब, धनी, तोहरे पे सब धन लूट जाई (हँ!)
(ल fruit खाई) अरे (प्यार जुट जाई) भाग
तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
ओ, तहरा सैयाँ जी के दिलवा टूट जाई
(तहरा राजा जी के दिलवा टूट जाई)
बस करऽ, रोवइबऽ का?